जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में नाबालिक के साथ हुए रेप मामले के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम यह देख रहे हैं कि कहां-कहां पर कमी है । वहां पर सुधार किया जाएगा । जहां लाइट की व्यवस्था नहीं है वहां लाइट की व्यवस्था की जाएगी । जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं । वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे । साथ ही जो अस्पताल में काम करने वाले ठेकेदार है कर्मचारी है । उनसे भी बात की जाएगी और जहां-जहां उनका प्रॉब्लम आ रही है उन प्रॉब्लम को सुधार किया जाएगा । साथ ही सिक्योरिटी प्रपज से जो कमियां है उनको भी सुधार किया जाएगा । साथ ही जो अधिकांश एंट्रेंस पॉइंट है उनको रात 11:00 बाद बंद कर दिया जाएगा । एक ही एंट्रेंस पॉइंट रखा जाएगा । जिस पर भी सुरक्षा गार्ड खड़ा किया जाएगा । इसके अलावा पुलिस से भी रिक्वेस्ट की जाएगी कि वह रात्रि कालीन में अस्पताल परिसर में दो बार गश्त करें । ताकि इस तरह की घटना को रोकने में हम कामयाब हो सके । साथ ही भविष्य में ऐसी घटना ना हो उसको लेकर के भी समाज के लोग लोगों के साथ आमजन भी अस्पताल प्रशासन की मदद करें । जहां भी इस तरह की घटना के बारे में थोड़ी बहुत भी शक हो तो तुरंत अस्पताल प्रशासन को अवगत कराया जाए । वहीं उन्होंने कर्मचारियों के पुलिस वेरिफिकेशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी जब यह मामला सामने आया तब हमें पुलिस वेरिफिकेशन की कमी सामने आई । भविष्य में पुलिस वेरिफिकेशन करने के साथ ही जो नया लगने वाले कर्मचारी की पूरी पड़ताल की जाएगी ।