लायंस क्लब j जोधपुर एक्टिव की तरफ से कई महिलाएं जो बाहर नहीं निकाल पाती है उनके लिए यह कार्यक्रम रखा ऑनलाइन प्रतियोगिता बेटी बचाओ लेकिन बेटी ना घबराओ उसे अचानक एक व्हाट्सएप ग्रुप जोधपुर सिटी लेडिस के नाम से उसमें 116 जोधपुर की महिलाएं जुड़ी हुई है जो काफी क्षेत्र में काम होते हुए बिजी होने के बावजूद काफी एक्टिव रहती है हर काम में उनके लिए ग्रुप था और ऑनलाइन क्लासेस ऑनलाइन प्रतियोगिता रखी गई तो उसमें 25 लोगों ने भाग लिया जिसमें 10 लोग उनको पुरस्कार दिए गए जिन्होंने बहुत ही अपने सुंदर विचार कविता के द्वारा पेश किया इसमें कहा गया था कि इसको तुरंत मतलब आपको करना है तो फोन कर गया कि मतलब सुबह 12:00 से रात को 12:00 बजे तक किसी को भी अपनी कविता को लिखनी थी कविता कहीं से कॉपी पेस्ट या सुनी हुई नहीं होनी चाहिए इस तरह से यह प्रतियोगिता रखी गई जिसके रिजल्ट ये रहे हैं और उससे काफी उत्साह है इस तरह की प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजन कर्ता उषा गर्ग ने बताया कि इस तरह की प्रतियोगिता जब कोरोना काल था जब इस तरह से हम लोग कहीं खाने-पीने की भी कुकिंग करते थे कई तरह के राधा कृष्ण प्रतियोगिता डांडिया प्रतियोगिता नई-नई वैरायटी किस तरह से हम लोग करते रहते हैं जो महिलाएं घर से बाहर निकलने का टाइम नहीं है या जिसके पास व्हीकल नहीं है घर वाले नहीं भेजते इस तरह के उनकी प्रतिभा अंदर ही दबी रह जाती है इसलिए ऑनलाइन प्रतियोगिता की जाती है जिसमें वीडियो भी बनाया जाता है और लिखित रूप से दिए काम दिया जाता है इसके लिए रिजल्ट है और सभी ने बहुत उत्साह से भाग लिया और उनके जज थे प्रख्यात कवित्री आशा पाराशर रिचा शरद अग्रवाल जी पंडित रत्ना राजीव मिश्रा जी वीना अच्छतानी न और बाकी रिजल्ट इस तरह है हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में समूह की सदस्याओं के लिये काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया था,जिसका विषय था *बेटी बचाओ,बेटी न घबराओ* बहुत सी प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं और निर्णायकों के लिये बहुत कठिन था कि किसे श्रेष्ठ घोषित करें ,क्यूंकि सभी प्रतिभागियों ने बहुत सुंदर रचनायें प्रेषित की थीं ।फिर भी जब किसी विषय विशेष पर काव्य प्रतियोगिता रखी जाती है तो उसके महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गौर किया जाता है, भाषा, व्याकरण, विषय,प्रस्तुतिकरण इत्यादि ।हम सभी निर्णायकों ने आपसी विमर्श करने के बाद उक्त प्रतियोगिता का यह परिणाम घोषित किया है, प्रथम :——— डॉ.लक्ष्मी शर्मा द्वितीय——–बीना लालस तृतीय ———–शिल्पी कुलश्रेष्ठ सांत्वना पुरुस्कार डॉ.निधि गहलोत नीतू विधानी तेज कंवर मुक्ता माथुर रेखा बालड़ मोनिका लायंस क्लब टीम, विशेषकर श्रीमती उषा गर्ग का धन्यवाद है जिन्होने हमें इस प्रतियोगिता का निर्णायक बनने का अवसर प्रदान किया । सभी रचनाकारों को बधाई । निर्णायक– *आशा पाराशर* *रत्ना मिश्रा*,*ऋचा शरद अग्रवाल*,*वीना अचतानी*