कांटा लगा गर्ल शेफाली जरीवाला ने अपने एक ही सॉन्ग से हर तरफ ऐसी पहचान बना ली कि आज भी लोग उन्हें उनके इस गाने के लिए याद करते हैं। हालांकि, इसके बाद उन्होंने लंबे समय के लिए लाइमलाइट से दूरी बना ली थी और अपनी पढ़ाई पूरी करने में जुट गई थीं।
शेफाली जरीवाला 22 साल पहले एक ही आइटम सॉन्ग करके हर तरफ छा गई थीं। 19 साल की उम्र में शेफाली ने सुपरहिट म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ से हर तरफ पहचान बना ली थी और रातों-रात नेशनल सेंसेशन बन गई थीं। लेकिन, इस गाने की जबरदस्त सफलता के बाद भी वह सालों के लिए पर्दे से गायब हो गईं। फेम कमाने के बाद शेफाली के माता-पिता ने उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने को कहा, ऐसे में एक्ट्रेस ने भी एक्टिंग से दूरी बना ली। फिर सालों बाद शेफाली जरीवाला बिग बॉस सीजन 13 में बतौर कंटेस्टेंट बनकर पहुंचीं और फिर सुर्खियों में आ गईं।
शेफाली जरीवाला ने किया शॉकिंग खुलासा
अब शेफाली जरीवाला हाल ही में पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में नजर आईं, जो बिग बॉस 13 में उनके को-कंटेस्टेंट और दोस्त थे। शो में शेफाली ने अपनी पर्सनल लाइफ पर खुलकर बात की और इस दौरान उन्होंने अपना वो दर्द भी बांटा जो उन्हें पहली बार 15 साल की उम्र में झेलना पड़ा था। शेफाली जरीवाला ने यहां अपने सुपर सक्सेसफुल आइटम सॉन्ग के बारे में भी बात की।
जब आर्थिक तंगी से गुजर रहा था शेफाली का परिवार
कांटा लगा सॉन्ग को लेकर बात करते हुए शेफाली ने कहा- ‘किसी भी आर्टिस्ट को पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। मुझे कांटा लगा से पहचान मिली, ये मेरा पहला प्रोजेक्ट था और जबरदस्त हिट था। मैं चाहती हूं कि आज भी लोग मुझे मेरे उस गाने के लिए याद रखें। जब कांटा लगा किया था, तब मेरी फैमिली फाइनेंशियल क्राइसिस से गुजर रही थी। मेरे पापा ने अपना सारा पैसा खो दिया था और मां बैंक में काम कर रही थीं। मेरी बहन तब अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रही थी और उसकी फीस बहुत ज्यादा थी। बहन की फीस के लिए मां ने अपनी चूड़ियां तक गिरवी रख दी थीं। तब मैंने तय कर लिया था कि अपनी मां को इतनी चूड़ियां दिलाऊंगी कि वो डिसाइड भी नहीं कर पाएंगी कि कौन सी पहनें।’
शेफाली जरीवाला को पड़ते थे मिर्गी के दौरे
इसी दौरान शेफाली ने बताया कि उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे। एक्ट्रेस कहती हैं- ‘मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। ये जेनेटिक भी हो सकता है। इसके लक्षण होते हैं दौरे। ये ज्यादा स्ट्रेस की वजह से होता है, जब आपका दिमाग स्ट्रेस हैंडल नहीं कर पाता है तब ऐसा होता है। मैं जब 15 साल की थी, तब मुझे पहली बार दौरा पड़ा था। मुझे एग्जाम के चलते ओवरस्ट्रेस हो गया था। आज के समय में अच्छे डॉक्टर और दवाईयां हैं। 20 साल से मुझे दौरे नहीं पड़े हैं और मुझे अब दवाइयां लेने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। लाइफस्टाइल में चेंजेस करके आप इसे मैनेज कर सकते हैं। अच्छा खाना, वर्कआउट, मेंटल वर्क जरूरी है।’
जब शेफाली को बालकनी में पड़ा मिर्गी का दौरा
शेफाली ने इसके बारे में बात करते हुए आगे कहा- ‘जब आपको दौरे पड़ते हैं आप अपनी जीभ भी काट सकते हो। जब मुझे दौरा पड़ा था, मैं बालकनी में खड़ी थी। मैं गिर सकती थी, मर सकती थी। आपको पता भी नहीं होता कि ये आपके साथ कब हो सकता है। आपको कब दौरा पड़ सकता है।’ इसके अलावा शेफाली ने अपनी फैमिली प्लानिंग पर भी बात की और बताया कि वह एक बेटी गोद लेना चाहती हैं। शेफाली ने कहा- ‘बच्चा गोद लेने की प्रोसेस बहुत लंबी होती है। फैमिली को समझना पड़ता है और कानूनी प्रोसेस के चलते इसमें समय लग रहा है। हमने पूरी कोशिश कर ली है। हम इंतजार कर रहे हैं कि कब हमारे घर बेटी आएगी।’