Monsoon Session: मॉनसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने संबोधन दिया और विपक्षी दलों को सकारात्मक राजनीति करने की सलाह दी है। पीएम मोदी ने 23 जुलाई को पेश होने वाले बजट का भी जिक्र किया है।
संसद का मॉनसून सत्र सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। आपको बता दें कि इसी सत्र में देश का बजट पेश किया जाएगा। सत्र के शुरू होने से पहले संसद के बाहर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है। इस शुभ दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। आज पूरा देश इस पर विचार कर रहा है कि यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।
60 साल में पहली बार हुआ ऐसा…
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है उसमें ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं। व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखें।
लोकतंत्र का गला घोंटा गया- पीएम मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी विपक्ष पर भड़कते भी दिखाई दिए। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सत्र में विपक्ष द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटा गया था। ढ़ाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री की आवाज को दबाया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि संसद देश के लिए है न कि किसी दल के लिए।
बजट का भी जिक्र
पीएम मोदी ने 23 जुलाई को पेश होने वाले बजट का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे उन पांच साल की दिशा तय करेगा। ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा। हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।