एक तरफ तो हो फॉर्च्यूनर व मर्सिडीज़ गाड़ियों में दूल्हे की बारात सज कर जाती है
लेकिन राजस्थान के सायला के बावतरा गांव से रेगिस्तान का जहाज कहा जाने वाला ऊंट पर सवार होकर वह दूसरे सभी बाराती ऊंट गाड़ियों पर बेटे नज़र आएदर्जनों की संख्या में उठ गाड़ियों पर सवार होकर अपने दूल्हे के साथ बाराती हुए प्रस्थानसायला के बावतरा गांव के वगताराम देवासी के पुत्र विक्रम देवासी की बारात ऊट गाड़ी से वालेरा पहुंची जहा पर भारी संख्या ग्रामीण की भीड़ देखने आई
बारात में ऊट पर सवार दुल्हा
तो ऊट गाड़ी पर बाराती बैठे हुए थे।
वही राजस्थान के पश्चिमी राजस्थान में देवासी समाज द्वारा लगातार यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है लेकिन जिऊ समय बदल रहा है उसे समय के अनुसार लगातार बड़ी-बड़ी करोड़ की गाड़ियों में बारात ले जाती है लेकिन पुराने रीति रिवाज को पुन जीवित करने के लिए एक परिवार ने अपनी परम्परा के अनुचार ऊंट के ऊपर दूल्हे को बिठाकर सभी बारातियों को उठ गाड़ी में बारात जाति हुई