इस्माइल हानिया हमास का पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख था। वह फलस्तीनी प्राधिकरण की दसवीं सरकार में प्रधानमंत्री के पद पर रहा था।
इजरायल हमास जंग के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिससे हर कोई हैरान है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने जानकारी दी है कि हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई है। आपको बता दें कि बीते कई साल से इस्माइल हानिया हमास का प्रमुख था। हानिया पर ही बीते साल अक्तूबर महीने में इजरायल में आम लोगों के नरसंहार की प्लानिंग का आरोप लगा था। आइए जानते हैं इस्माइल हानिया के बारे में कुछ खास बातें।
प्रधानमंत्री पद पर रहा था इस्माइल हानिया
इस्माइल हानिया हमास का पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख था। वह फलस्तीनी प्राधिकरण की दसवीं सरकार में प्रधानमंत्री के पद पर रहा था। 2006 में हानिया प्रधानमंत्री बना लेकिन एक साल बाद ही फलस्तीनी नेशनल अथॉरिटी के प्रमुख महमूद अब्बास ने उसे पद से बर्खास्त कर दिया था। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि गाजा पट्टी पर अल-क़ासम ब्रिगेड ने कब्जा कर लिया था और फतह आंदोलन के नेताओं को निकाल दिया था।
1989 में इजरायल ने किया था गिरफ्तार
बीबीसी के मुताबिक, साल 1989 में इजरायल ने इस्माइल हानिया को तीन साल तक कैद में रखा था। फिर हानिया को हमास के अन्य नेताओं के साथ इजरायल और लेबनान के बीच स्थित मार्ज अल ज़ुहुर निर्वासित कर दिया था। हानिया वहां एक साल तक रहा था और निर्वासन पूरा होने का बाद गाजा लौट आया।
अमेरिका ने घोषित किया था आतंकी
अमेरिका के विदेश विभाग ने साल 2018 में इस्माइल हानिया को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इस्माइल हानिया को 2017 में हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख चुना गया लेकिन वह गाजा नें न रहकर कतर में रहता था। इजराइल से जारी युद्ध के बीच हानिया ने शांति वार्ता के लिए कतर और मिस्र की मध्यस्थता में हुई वार्ता में हमास के नेतृत्व किया था। बीते मई महीने में ही अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने हानिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग की थी।
ऐसे हुई हत्या इस्माइल हानिया की हत्या
इस्माइल हानिया आतंकी संगठन हमास का नेता था। वह नए ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के लिए ईरान के दौरे पर था। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बताया है कि तेहरान में हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर हमला किया गया, जिसमें हमास चीफ के साथ-साथ एक बॉडीगार्ड की भी मौत हो गई।