चुनाव के दौरान बोटी-बोटी का बयान देकर विवादों में आने वाले इमरान मसूद अब फिर से चर्चा में हैं। इस बार यूपी सरकार के नेमप्लेट वाले विवाद पर उन्होंने कहा है कि मैं मुस्लिम हूं, लेकिन शाकाहारी हूं।
विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले इमरान मसूद एक बार फिर अपने बयानों को लेकर विवादों के घेरे में हैं। हालांकि इस बार उन्होंने यूपी में दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाए जाने के मामले पर अपना बयान दिया है। दरअसल, इमरान मसूद ने नेमप्लेट को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं मुस्लिम हूं, लेकिन शाहाकारी हूं। आगे उन्होंने कहा कि क्या मुस्लिम शाकाहार एक रेस्टोरेंट नहीं खोल सकता है? इसके बाद सरकार के फैसले को उन्होंने गलत ठहराया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय स्वागत योग्य है।
दरअसल, आज मंगलवार को देश का आम बजट पेश होने जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सातवीं बार बजट पेश करेंगीं। इससे पहले मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने विभिन्न मुद्दों पर बात की। बजट को लेकर इमरान मसूद ने कहा कि इस बार भी बजट से कोई खास उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बजट केवल कुछ ही लोगों का ध्यान रखा जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी आज चरम पर है, इस बार के बजट में इसे देखना होगा।
इसके अलावा सावन माह के दौरान यूपी सरकार के द्वारा लागू किए गए आदेश पर कि दुकानों पर नेमप्लेट लगाना अनिवार्य होगा, इस पर भी इमरान मसूद ने अपनी प्रतिक्रिया दी। इमरान मसूद ने इसे लेकर कहा कि कांवड़ यात्रा के नाम पर सरकार लोगों को बांट रही है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट का जो निर्णय आया है, वह स्वागत योग्य है। इमरान मसूद ने आगे कहा कि मैं मुस्लिम हूं, लेकिन मैं शाकाहारी हूं। क्या मुस्लिम शाकाहार एक रेस्टोरेंट नहीं खोल सकता है? उन्होंने कहा कि सरकार का फैसला गलत था। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान इमरान मसूद ने पीएम मोदी को लेकर एक बयान दिया था, जिसके बाद वह विवादों में रहे थे।