टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर ने बताया है कि उन्होंने हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को क्यों टीम इंडिया की कप्तानी टी20 फॉर्मेट में सौंपी है।
भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया की जीत के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। इसके बाद मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती टी20 में नए कप्तान के चुनाव की थी।
माना जा रहा था कि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के उपकप्तान रहे हार्दिक पांड्या को टीम की कप्तानी सौंपी जाएगी, लेकिन जब श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम के स्क्वाड का ऐलान किया गया। तब हार्दिक पांड्या कप्तान तो छोड़िए टीम के उपकप्तान तक नहीं थे। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि बीसीसीआई भला ऐसा फैसला क्यों लिया। अब इस सवाल का जवाब भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने दिया है।
हार्दिक की जगह सूर्या क्यों बने कप्तान
टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस सीरीज के शुरू होने से पहले टीम इंडिया नए हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और इस दौरान दोनों ने मीडिया के कई सवालों का जवाब दिया। अजीत अगरकर ने इस दौरान टीम इंडिया की टी20 कप्तानी से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया गया क्योंकि वह सही कैंडिडेट में से एक हैं।
वह बेस्ट टी20 बल्लेबाजों में से एक हैं। आप ऐसा कप्तान चाहते हैं जो सभी मैच खेले। हार्दिक पांड्या की फिटनेस उनके लिए एक चुनौती रही है। अजीत अगरकर ने साफ तौर पर कहा कि हार्दिक पांड्या की फिटनेश उनके लिए समस्या है। दरअसल पिछले कुछ समय में देखा गया है कि हार्दिक पांड्या की फिटनेस काफी खराब रही है और बड़े मौकों पर वह फिटनेस के कारण नहीं खेल सके हैं। इसके अलावा आगरकर ने यह भी कहा कि कप्तानी के फैसले से पहले ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों के फीडबैक भी लिए गए हैं।
इंजरी से जूझते रहे हैं पांड्या
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय में इंजरी के कारण काफी परेशान रहे हैं। हार्दिक पांड्या को टी20 वर्ल्ड कप 2021 के दौरान कमर की इंजरी की समस्या थी। जिसके कारण वह पूरे वर्ल्ड कप में सिर्फ चार ओवर ही फेंक सके थे। इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। इसके अलावा वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भी पांड्या इंजरी के बाद बीच टूर्नामेंट से ही बाहर हो गए थे। जिसके बाद भारतीय टीम को उनकी कमी खली और फाइनल में इसका असर भी देखने को मिला। हालांकि हार्दिक पांड्या ने आईपीएल के दौरान बतौर कप्तान काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन बीसीसीआई को उनके फिटनेस के कारण ये फैसला लेना पड़ा है।