उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 16 बड़े मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। आलाकमान के साथ हुई बैठक में यूपी के नेताओं को सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव को लेकर कमर कस ली है। मंगलवार की रात केशव प्रसाद मौर्या और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने नड्डा से मुलाकात की थी। दोनों की मुलाकातें अलग-अलग हुई थी। बैठक में सभी को मिलकर विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर फोकस करने और सभी 10 सीटें जीतने पर ध्यान देने को कहा गया है। इसके साथ ही 10 सीटों पर दिग्गज नेताओं की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है।
इन मंत्रियों को मिली जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 16 बड़े मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। सीएम योगी ने उपचुनाव में लगे मंत्रियों को बुधवार को बैठक के लिए बुलाया है। आइए जानते हैं कि किस मंत्री को किस सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह को करहल की जिम्मेदारी
- मिल्कीपुर का जिम्मा सूर्य प्रताप शाही, मयंकेश्वर शरण को
- कटेहरी का जिम्मा स्वतंत्र देव, आशीष पटेल को
- सीसामऊ का जिम्मा सुरेश खन्ना, संजय निषाद को
- फूलपुर में दया शंकर, राकेश सचान की ड्यूटी
- मझवां सीट पर अनिल राजभर की ड्यूटी
- गाजियाबाद सदर का जिम्मा सुनील शर्मा को
- मीरापुर में अनिल कुमार, सोमेंद्र तोमर की ड्यूटी
- खैर में लक्ष्मी नारायण चौधरी की ड्यूटी
किन सीटों पर हैं चुनाव?
दरअसल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसमें 5 सीटें वो है जिसपर विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी जीती थी। जबकि तीन पर बीजेपी और एक पर निषाद पार्टी और एक सीट आरएलडी की थी। समाजवादी पार्टी की जिन पांच सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उसमें करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी,कुंदरकी और सीसामऊ विधानसभा सीट शामिल है। जबकि बीजेपी की तीन सीटें है खैर, गाजियाबाद और फूलपुर विधानसभा सीट। इसके अलावा निषाद पार्टी की एक सीट है मझवां और जयंत चौधरी की पार्टी RLD की एक सीट मीरापुर पर भी उपचुनाव होने हैं।