सनबर्न से 25 मिनट तक नहीं धड़का इस युवक का दिल, जानें क्या है यह बीमारी?

स्वास्थ्य

ब्रिटिश छात्र जिसकी सांस की नली में सर्जरी के बाद 25 मिनट तक धड़कन बंद हो गई थी. स्टूडेंट को एक साइलेंट किलर बीमारी थी. आइए विस्तार से जानें क्या है पूरा मामला

एक ब्रिटिश छात्र जिसकी 25 मिनट की सर्जरी के बाद दिल की धड़कन बंद हो गई थी. स्टूडेंट को एक साइलेंट किलर बीमारी थी. इस बीमारी के बारे में शुरुआत में पता ही नहीं चला. दरअसल, 20 साल के चार्ली विंसेंट को अमेरिका के ट्रेवल के दौरान खतरनाक सनबर्न हो गई थी. जिसके कारण उन्हें गंभीर जलन हो गई है. जब जलन के कारण उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया उस दौरान उनके फेफड़ों में निमोनिया के लक्षण दिखाई दिए. 

चार्ली की सांस की नली में हो गया था इंफेक्शन

नॉर्थम्पटनशायर के रहने वाले चार्ली की सांस की नली में होने वाले संक्रमण का ऑपरेशन किया गया था. लेकिन सर्जरी के दौरान उन्हें शॉक कार्डियक अरेस्ट पड़ा. डॉक्टरों ने उसके दिल की धड़कन फिर से शुरू करने की कोशिश की उसके बाद चार्ली को एक छोटा सा स्ट्रोक आया. ऑपरेशन के बाद चार्ली की दिल की धड़कन वापस आने में 25 मिनट लग गए. चार्ली की 24 वर्षीय बहन एमिली विंसेंट ने उसके ऑपरेशन टेबल से ठीक होने को ‘चमत्कार’ बताया.

चार्ली की बहन बताती है कि एक समय के लिए मुझे लगा कि चार्ली बच नहीं पाएगा. यह सोचकर मेरा दिल बैठ रहा था. यह हमारी पूरी फैमिली के लिए चमत्कार से कम नहीं है कि चार्ली हमारे साथ है. चार्ली अमेरिका के समर कैंप के दौरान वैकेशन पर गया था. इस दौरान इसकी गंभीर हालत हो गई. 

चार्ली की बहन एमिली बताती हैं कि अगले दिनों में हालात तेजी से बिगड़ने लगे और मेरा भाई बीमार पड़ गया. लीसेस्टर में डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय में तीसरे साल के फिल्म छात्र को इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया क्योंकि डॉक्टरों ने एक गंभीर साइलेंट बीमारी के बारे में बताया. 

चार्ली को निमोनिया के साथ दिल से जुड़ी यह खतरनाक बीमारी थी

एमिली ने बताया कि नियमित जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि उसके फेफड़ों में निमोनिया है और साथ ही उसका दिल भी बड़ा है. चार्ली के जो महत्वपूर्ण अंग है वह सामान्य से अधिक काम कर रहे हैं.
दो बड़ी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं ने डॉक्टरों को चिंतित कर दिया. जिन्होंने 20 साल के चार्ली की हालत बिगड़ने से पहले ही उसका ऑपरेशन करने की योजना बनानी शुरू कर दी. डॉक्टरों का कहना है कि चार्ली को जन्म से ही खतरनाक दिल संबंधी समस्या थी.

जिसे कार्डियोमेगाली के रूप में जाना जाता है. लेकिन निमोनिया के कारण यह बढ़ गई और गंभीर हो गई. एमिली ने डॉक्टरों को बताया गया कि उसकी हालत गंभीर है, यहां तक ​​कि डॉक्टर भी उसके लिए बहुत डरे हुए थे, और उसके आसपास कोई न होना उसके लिए डरावना रहा होगा. वह हमेशा से एक स्वस्थ लड़का रहा है, उसके दिल में पहले कभी कोई समस्या नहीं दिखी, इसलिए उसके इतनी जल्दी बिगड़ने पर हमें आश्चर्य हुआ.

चार्ली खतरनाक सर्जरी के बाद एक सप्ताह कोमा में बिताया. डॉक्टरों ने बताया कि कहीं दिल और फेफड़ों का ट्रांसप्लांट न करना पड़े. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ कुछ दिन के बाद चार्ली को होश आ गया. और फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. 

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