अलवर में जिला आबकारी अधिकारी (आर.ए.एस.) 3 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार , देर रात तक
आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी
अलवर। Acb की टीम ने आज रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अलवर में जिला आबकारी अधिकारी को लाईसेंसशुदा शराब की दुकान के गोदाम की लोकेशन पास करने की एवज में ₹300000 के रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी की टीम ने यह राशि आरोपी की कार से बरामद किए हैं।ये कारवाही ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर ए सी.बी. की अलवर-द्वितीय इकाई द्वारा आज कार्यवाही करते हुये सुरेश कुमार अहीर आर.ए.एस., आबकारी अधिकारी, जिला अलवर को परिवादी से 3 लाख रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों पकड़ा है। अधिकारी के सरकारी निवास पर कार्रवाई चल रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि ए.सी.बी. की अलवर-द्वितीय इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी लाईसेंसशुदा शराब की दुकान के गोदाम की लोकेशन पास करने की एवज में आरोपी सुरेश कुमार अहीर आर.ए.एस., जिला आबकारी अधिकारी, जिला अलवर द्वारा 6 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस रणधीर सिंह के सुपरवीजन में एसीबी अलवर-द्वितीय इकाई के उप अधीक्षक पुलिस परमेश्वर लाल के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। आज उनके द्वारा मय टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी सुरेश कुमार अहीर आर.ए.एस., जिला आबकारी अधिकारी, जिला अलवर को परिवादी से 3 लाख रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
इधर एसीबी के डीएसपी परमेश्वर लाल ने बताया कि₹300000 आरोपी आबकारी अधिकारी ने दो दिन पहले ही ले लिए थे और ₹300000 की ओर डिमांड कर रहा था इसका सत्यापन करने के बाद आज ट्रैप की कार्रवाई की गई और इसको 3 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया गया आरोपी ने यह ₹300000 अपनी खुद की गाड़ी में ही रखवाए थे जहां से बरामद कर लिए हैं और संबंधित पत्रावली भी जप्त कर ली है । परिवादी ने बताया कि शराब के गोदाम की लोकेशन को पास करने के लिए यह अधिकारी बार-बार चक्कर लगवा रहा था।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में अलवर की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है ।आरोपी के अलवर के बुधविहार स्थित सरकारी आवास पर सर्च कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।